शामली: उत्तर प्रदेश के शामली जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। 70 साल की एक बुजुर्ग महिला अपनी जमीन के लिए दर-दर भटक रही है। महिला की शिकायत सुनने के लिए DM अरविंद कुमार चौहान खुद जमीन पर बैठ गए। उन्होंने महिला को एक हफ्ते में कार्रवाई का भरोसा दिया है। यह घटना सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
दरअसल, शामली के टिटौली गांव की रहने वाली रमेश नाम की एक बुजुर्ग महिला अपनी पैतृक जमीन में अपना हक चाहती हैं। वह इसके लिए DM ऑफिस के चक्कर काट रही थीं। रमेश के पिता उन्हें जमीन देने से मना कर रहे हैं। उनका कहना है कि "लड़कों का जमीन पर हक है, हम तुम्हें कहां से दें?"
अपने पिता के इस जवाब से निराश होकर रमेश ने हार नहीं मानी। वह सदर विधायक प्रसन्न चौधरी और DM अरविंद चौहान के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंचीं। DM अरविंद चौहान ने बुजुर्ग महिला की परेशानी को समझा। उन्होंने तुरंत इस मामले पर ध्यान दिया।
DM ने एसडीएम सदर हामिद हुसैन को जांच करने का आदेश दिया है। अब देखना यह है कि 70 साल की उम्र में अपने हक के लिए संघर्ष कर रही इस महिला को न्याय मिल पाता है या नहीं। यह मामला दिखाता है कि आज भी महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए लड़ना पड़ता है।
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग DM अरविंद चौहान की संवेदनशीलता की तारीफ कर रहे हैं। वहीं, कुछ लोग इस बात पर दुख जता रहे हैं कि आज भी महिलाओं को अपने हक के लिए इतना संघर्ष करना पड़ता है।
प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। जांच के आदेश दिए गए हैं। अब सभी को इंतजार है कि इस जांच का क्या नतीजा निकलता है। क्या रमेश को उसकी पैतृक जमीन में उसका हक मिल पाएगा? यह देखना दिलचस्प होगा।
दरअसल, शामली के टिटौली गांव की रहने वाली रमेश नाम की एक बुजुर्ग महिला अपनी पैतृक जमीन में अपना हक चाहती हैं। वह इसके लिए DM ऑफिस के चक्कर काट रही थीं। रमेश के पिता उन्हें जमीन देने से मना कर रहे हैं। उनका कहना है कि "लड़कों का जमीन पर हक है, हम तुम्हें कहां से दें?"
अपने पिता के इस जवाब से निराश होकर रमेश ने हार नहीं मानी। वह सदर विधायक प्रसन्न चौधरी और DM अरविंद चौहान के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंचीं। DM अरविंद चौहान ने बुजुर्ग महिला की परेशानी को समझा। उन्होंने तुरंत इस मामले पर ध्यान दिया।
DM ने एसडीएम सदर हामिद हुसैन को जांच करने का आदेश दिया है। अब देखना यह है कि 70 साल की उम्र में अपने हक के लिए संघर्ष कर रही इस महिला को न्याय मिल पाता है या नहीं। यह मामला दिखाता है कि आज भी महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए लड़ना पड़ता है।
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ लोग DM अरविंद चौहान की संवेदनशीलता की तारीफ कर रहे हैं। वहीं, कुछ लोग इस बात पर दुख जता रहे हैं कि आज भी महिलाओं को अपने हक के लिए इतना संघर्ष करना पड़ता है।
प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। जांच के आदेश दिए गए हैं। अब सभी को इंतजार है कि इस जांच का क्या नतीजा निकलता है। क्या रमेश को उसकी पैतृक जमीन में उसका हक मिल पाएगा? यह देखना दिलचस्प होगा।