कैप्‍टन शुभांशु शुक्‍ला की कामयाबी में बड़ा हाथ, जानिए कौन हैं उनकी हमसफर डॉ. कामना मिश्रा

Compiled byवैभव पांडे|नवभारतटाइम्स.कॉम
Subscribe

Shubhanshu Shukla Wife: कैप्‍टन शुभांशु शुक्‍ला लखनऊ के रहने वाले हैं। उनका पूरा परिवार बहुत खुश है। माता और पिता का कहना है कि वे बेसब्री से इस पल का इंतजार कर रहे थे।

shubhansu-shukla
पत्‍नी और बेटे के साथ कैप्‍टन शुभांशु शुक्‍ला
Who is Kamna Mishra: Axiom-4 मिशन पर जा रहे अंतरिक्ष यात्री कैप्‍टन शुभांशु शुक्ला के परिवार में खुशी का माहौल है। लखनऊ में रह रहे घरवालों ने अपने बेटे की इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है। कहा कि हमें अपने बेटे पर नाज है, उसकी वजह से आज हमारा सीना गर्व से चौड़ा है। शुभांशु शुक्‍ला की इस कामयाबी के पीछे उनकी पत्‍नी डॉक्‍टर कामना मिश्रा का बड़ा हाथा है। वह पेशे से डेंटिस्‍ट हैं। वह और शुभांशु स्‍कूल के समय के दोस्‍त हैं। उनका दोस्‍ती का रिश्‍ता प्‍यार में बदला और फिर उन्‍होंने शादी कर ली।

शुभांशु शुक्ला के पिता शंभूनाथ शुक्‍ला रिटायर्ड सरकारी अफसर हैं। उन्‍होंने कहा कि मैं अपने बच्चे को बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। आज मेरा बच्चा मिशन पर जा रहा है। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि वह जिस मिशन के साथ जा रहा है, उसका मिशन पूरा हो। मुझे पूरा भरोसा है कि मेरे बेटे का मिशन जरूर पूरा होगा। अभी कानपुर में एक फंक्शन का आयोजन किया गया है। हम वहीं से पूरी लॉन्चिंग देखेंगे। हम लोगों को इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है।


यह मिशन जरूर पूरा होगा: पिता

पिता ने बताया, मेरी शुभांशु से बात हुई। वह अपने मिशन को लेकर पूरी तरह से कॉन्फिडेंट हैं। उन्हें पूरा भरोसा है कि उनका यह मिशन जरूर पूरा होगा। वह पूरी तरह से तैयार हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि उनका मिशन जरूर पूरा होगा। उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी।


इस पल का बेसब्री से इंतजार था: मां

वहीं, शुभांशु शुक्ला की मां बताती हैं कि आज मैं बहुत खुश हैं। मैं अपनी खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर सकती हूं। इस पल का हम सभी को बेसब्री से इंतजार था। मेरे बच्चे के उड़ान भरने का समय आ चुका है। सभी लोग मेरे बच्चे को शुभकामनाएं दे रहे हैं। मां ने बेटे की कामयाबी के पीछे बहू कामना मिश्रा का बड़ा हाथ बताया। उन्‍होंने कहा कि बहू ने हर समय बेटे का मनोबल ऊंचा रखा।


बहनों की खुशी का ठिकाना नहीं

शुभांशु की बहन शुचि मिश्रा ने भी अपने भाई की इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की। कहा कि मैं बहुत खुश हूं। हम भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि वह जिस मिशन पर जा रहे हैं, भगवान उन्हें इसमें सफलता दें। हमें पूरा भरोसा है कि वह इस मिशन में जरूर कामयाब होंगे। उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए कड़ा परिश्रम किया है। दूसरी बहन निधि मिश्रा ने भी अपने भाई की इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की। कहा कि उसने एक मिसाल कायम की है। खासकर इस देश के युवाओं के लिए। इस देश के युवाओं को उनसे सीखना चाहिए।
अंकल एमबी मिश्रा बताते हैं कि मैं शुभांशु को बचपन से जानता हूं। मैं उसे बधाई देता हूं। वह बहुत अच्छा बच्चा है। उसने बहुत मेहनत की है। मैंने उसे बचपन से देखा है। वह बहुत ही सीधा लड़का है। आज मैं बहुत खुश हूं कि हमारा बच्चा इतने बड़े मिशन पर जा रहा है।

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए एक खास निजी अंतरिक्ष मिशन, एक्सिओम मिशन 4 (एएक्स-4) आज फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च होने जा रहा है। यह मिशन नासा, स्पेसएक्स और एक्सिओम स्पेस के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। इसमें चार अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं, जो वाणिज्यिक और वैश्विक अंतरिक्ष अन्वेषण में एक नया कदम है।
वैभव पांडे

लेखक के बारे मेंवैभव पांडेनवभारत टाइम्‍स डिजिटल में असिस्‍टेंट न्‍यूज एडिटर। ग्रेजुएशन तक साइंस स्‍टूडेंट। इसके बाद मीडिया में पोस्‍ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई। लखनऊ से पत्रकारिता का सफर शुरू हुआ जो वाया आगरा, दिल्‍ली-NCR फिर नवाबों के शहर आ पहुंचा है। लंबे समय तक दैनिक जागरण प्रिंट में काम किया। अब 'न्‍यू मीडिया' की बारीकियों को समझने का सिलसिला जारी है।... और पढ़ें

कन्वर्सेशन शुरू करें

रेकमेंडेड खबरें

अगला लेख

Metroकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
OSZAR »