भारत का मैनचेस्टर इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण का बनेगा हब, कभी यूपी का सबसे अमीर शहर होता था, योगी ने की बड़ी घोषणा

Edited byविवेक मिश्रा|Lipi
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उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य को भारत का मैनचेस्टर यानी ग्रीन ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण का एक प्रमुख केंद्र बनाने की घोषणा की है। इसको लेकर पूरी प्लानिंग कर ली गई है। जल्द ही इसको धरातल पर भी उतारा जाना शुरू हो जाएगा।

electric vehicle manufacturing
सुमित शर्मा, कानपुर: एक समय था, जब यूपी के कानपुर को मैनचेस्टर ऑफ ईस्ट के नाम से जाना जाता था। कानपुर वासियों की नींद मिलों के सायरन से खुलती थी। इतना ही नहीं समय का अंदाजा मिलों के सायरन से लगाया जाता था, लेकिन बदलते समय और हालात के साथ कानपुर के उद्योग धंधे बंद पड़ गए। वहीं, अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कानपुर को बड़ी सौगात देने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर को इलेक्ट्रिक वाहनों का हब बनाने जा रहे हैं। योगी सरकार कानपुर महानगर विकास विजन-2030 के तहत कानपुर को इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है।

उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीएसआईडीए) कानपुर के भीमसेन के पास नए डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कारपोरेशन कॉरिडोर के 500 एकड़ क्षेत्र में एक अत्याधुनिक ईवी पार्क की स्थापना की जाएगी। समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों ने जानकारी दी कि इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 700 करोड़ रुपये है। यह परियोजना पीपीपी मॉडल के तहत विकसित की जाएगी। यह परियोजना कानपुर ही नहीं, बल्कि यूपी के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण कानपुर के भीमसेन के पास नए डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन 500 एकड़ के क्षेत्रफल में 700 करोड़ रुपये की लागत से ईवी पार्कका निर्माण करा रहा है। ईवी पार्क निर्माण का उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहनों की आपूर्ति श्रृंखला को स्थानीय स्तर पर मजबूत कर करना और स्वदेशी विनिर्माण को बढ़ावा देना है। इस पार्क में इलेक्ट्रिक मोटर, चेचिस, स्टील पार्ट्स और लिथियम आयन सेल विनिर्माण इकाइयों की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा लिथियम आयन बैटरी असेंबल इकाई, चार्जर कंट्रोलर और इलेक्ट्रॉनिक घटकों के उत्पादन की सुविधा विकसित की जाएगी।

सरकार की यह परियोजना वैश्विक स्तर पर ईवी तकनीकी गति प्रदान करेगी। कानपुर में ईवी पार्क की स्थापना प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी। ईवी पार्क में एक समर्पित ईवी सहायक कलस्टर भी विकसित किया जा रहा है। यह आसपास के क्षेत्र में छोटे और माध्यम उद्यमों को ईवी के कंपोनेंट के उत्पादन में सहायता प्रदान करेंगे। इसके साथ ही क्लस्टर स्थानीय उद्यमियों को स्टार्टअप्स के लिए अवसरों का सृजन करेगा, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन कॉरिडोर (डीएफसीसी) के पास होने कारण यह पार्क लॉजिस्टिक और कनेक्टिविटी के मामले में भी लाभकारी होगी। सामरिक दृष्टि से यह स्थान यह स्थान रेल और सड़क मार्गों से कनेक्ट है, जिससे कच्चा माल और तैयार उत्पादों का आवागम सुगम होगा। योगी सरकार का यह कदम पर्यावरण संरक्षण और टिकाऊ विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
विवेक मिश्रा

लेखक के बारे मेंविवेक मिश्राजन्मस्थली बाराबंकी है और कर्मस्थली तीन राज्य के कई शहर रहे हैं। 2013 में प्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत की। मप्र जनसंदेश, पत्रिका, हिंदुस्तान, अमर उजाला, दैनिक जागरण होते हुए नवभारत टाइम्स के साथ डिजिटल मीडिया में कदम रखा।... और पढ़ें

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