बठिंडा पंजाब लोकसभा चुनाव 2024- देखें जिले से कौन जीता कौन हारा
पार्टी | कैंडिडेट | कौन जीता कौन हारा |
SAD | हरसिमरत कौर बादल | जीतीं |
बीजेपी | परमपाल कौर सिद्धू | हारे |
कांग्रेस | जीत मोहिंदर सिद्धू | हारे |
आप | गुरमीत सिंह खुदियां | हारे |
बसपा | निक्का सिंह | हारे |
ASPKR | जसवीर सिंह बठिंडा | हारे |
BHJKP | नायब सिंह | हारे |
JANSDP | गुरप्रीत सिंह | हारे |
SAD(A)(SSM) | लखवीर सिंह | हारे |
NNJP | पूनम रानी | हारे |
बात बीते 2019 के लोकसभा चुनाव की करें तो बठिंडा सीट पर शिरोमणि अकाली दल का कब्जा रहा है। यहां से शिरोमणि अकाली दल की उम्मीदवार हरसिमरत कौर बादल ने 490,811 वोटों के साथ सीट बरकरार रखी थी। वहीं कांग्रेस के अमरिंदर सिंह राजा को 469,412 वोट मिले थे और वह दूसरे स्थान पर रहे, जबकि आम आदमी पार्टी की बलजिंदर कौर 134,398 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।2014 में किसके खाते में कई थी सीट
2014 के लोकसभा चुनाव में बठिंडा सीट पर शिरोमणि अकाली दल ने ही परचम लहराया था। 2014 के चुनाव में हरसिमरत कौर बादल ने 19,395 वोटों से जीत दर्ज की थी। उन्होंने कांग्रेस के मनप्रीत सिंह बादल को हराया था। इस चुनाव में हरसिमरत कौर को 43.73% वोट शेयर के साथ 514,727 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के मनप्रीत सिंह को कुल 495,332 वोट (42.09%) मिले।
इस सीट पर कौन भारी
1952 से लेकर 2019 तक यहां 19 बार चुनाव हुए हैं, जिनमें से छह बार कांग्रेस ने जीत हासिल की है। सिर्फ़ एक बार 1999 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जीती थी। यहां पहला लोकसभा चुनाव 1952 में हुआ था, जिसमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सरदार हुकुम सिंह विजयी हुए थे। कांग्रेस ने 1951, 1957, 1980 और 1991 में बठिंडा सीट जीती थी। इस सीट पर अकाली दल का दबदबा रहा है। शिरोमणि अकाली दल 2004 से लगातार इस सीट पर जीतता आ रहा है।
क्यों खास है बठिंडा सीट?
बठिंडा पंजाब का एक लोकसभा क्षेत्र और जिला है। बठिंडा जिले में छह विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार बठिंडा की जनसंख्या लगभग 14 लाख है। इतिहासकारों का मानना है कि राजा भुट्टा ने तीसरी शताब्दी के आसपास पंजाब के जंगलों में बठिंडा शहर की स्थापना की थी। उस समय भट्टी राजाओं ने दो किले बनवाए थे। तब इस शहर पर बराहों ने कब्ज़ा कर लिया था। बाद में बाल राव भट्टी ने इस पर दोबारा कब्ज़ा कर लिया और इसका नाम बठिंडा रख दिया। इतिहास के अनुसार भारत की पहली महिला शासक रजिया सुल्तान को बठिंडा में ही कैद किया गया था।