मिलावटी ईंधन मामले में कार्रवाई, नप गए पेट्रोल पंप संचालक, CM के काफिले की गाड़ियों में डाला था पानी मिला डीजल

Edited byसंजय चतुर्वेदी|भाषा
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Ratlam News: सीएम मोहन यादव के रतलाम दौरे की काफिले की गाड़ियों में पानी मिला डीजल भरने पर हड़कंप मच गया था। इस मामले में रतलाम के पेट्रोल पंप संचालक पर एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही राज्य सरकार ने सभी पेट्रोल पंपों की जांच के आदेश दिए हैं।

FIR On Petrol Pump Operatior In Ratlam
सीएम काफिले की गाड़ियों में मिलावटी ईंधन मामले में एफआईआर
रतलामः मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के काफिले के वाहनों में पानी मिला ईंधन भरे जाने के मामले में राज्य सरकार ने कार्रवाई की है। शनिवार को रतलाम स्थित 'शक्ति फ्यूल पॉइंट' के संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी पेट्रोल पंपों की जांच के भी निर्देश दिए हैं, ताकि उपभोक्ताओं को गुणवत्तायुक्त पेट्रोल एवं डीजल उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जा सके।


एक आधिकारिक बयान के मुताबिक राज्य के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने रतलाम में हुई घटना पर संज्ञान लिया है। साथ ही सीनियर अधिकारियों को तेल कंपनियों के साथ बैठक कर जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

जिला खाद्य अधिकारी की शिकायत पर पेट्रोल पंप संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें पेट्रोल पंप संचालक शक्ति सिंह बुंदेला, पंप के मैनेजर अमरजीत डाबर को आरोपी बनाया गया है। इनके खिलाफ 1955 की धारा 377 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। साथ ही मोटर स्पिरिट और उच्च व्यय डीजल (प्रदाय तथा वितरण का विनियम और अनाचार निवारण) आदेश 2005 के प्रावधानों के तहत दोषी पाया गया है। पेट्रोल पंप पर उपलब्ध 5995 लीटर पेट्रोल एवं 10657 लीटर डीजल जब्त कर उसे सील किया गया है।


दरअसल, रतलाम के डोसीगांव में 26 जून को सीएम मोहन यादव का काफिला गुजरा था। काफिले के कई वाहनों में भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) के पेट्रोल पंप 'शक्ति फ्यूल पॉइंट' से डीजल भरवाया गया था। अधिकारियों के अनुसार, वहां ईंधन भरने के तुरंत बाद सीएम के काफिले के सभी वाहन खराब हो गए थे। उन्हें धक्का देकर सड़क के किनारे खड़ा करना पड़ा था।


बीपीसीएल ने इस मामले में सफाई दी थी। उन्होंने कहा था कि 'असामान्य भारी बारिश' के कारण रतलाम में उसके पेट्रोल पंप पर ईंधन भंडारण टैंकों में पानी घुस गया था। जिसकी वजह से यह समस्या हुई। बयान में कहा गया कि जिला रतलाम के खाद्य विभाग के अधिकारियों द्वारा पेट्रोल पंप की तत्काल जांच की गई। साथ ही पेट्रोल एवं डीजल के नमूने जांच के लिए इंदौर स्थित बीपीसीएल की प्रयोगशाला में भेजे गए हैं।


अपर मुख्य सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण रश्मि अरूण शमी ने इस घटना के परिपेक्ष्य में 27 जून को ही इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) के अधिकारियों के साथ बैठक की थी।


बयान में कहा गया कि वर्षा के मौसम को देखते हुए तेल कंपनियों को प्रदेश के समस्त पेट्रोल पम्पों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए। शमी ने कहा कि निरीक्षण में यह आवश्यक रूप से देखा जाएगा कि पेट्रोल पम्पों के भूमिगत टैंकों में पानी का रिसाव तो नहीं हो रहा है।


यदि ऐसा पाया जाता है तो पानी के रिसाव को रोकने संबंधी के साथ ही उपभोक्ताओं को सही गुणवत्ता का डीजल और पेट्रोल प्रदान करने की समस्त कार्यवाही की जाएगी। इस मीटिंग में सभी तेल कंपनी के प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में उनकी तरफ से कोई समस्या नहीं आएगी। साथ ही पेट्रोल पम्पों की संघन जांच की जायेगी।
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इसके साथ ही पेट्रोल पम्पों पर आवश्यक नागरिक सुविधाओं जैसे निःशुल्क हवा, पेय जल, महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग टॉयलेट की व्यवस्था करने के निर्देश तेल कंपनियों को दिए गए। शमी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे अपने क्षेत्र में आने वाले सभी पेट्रोल पंप की खाद्य, राजस्व, नापतौल की जांच कराएं।
संजय चतुर्वेदी

लेखक के बारे मेंसंजय चतुर्वेदीनवभारत टाइम्स डिजिटल में मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ के लिए काम करता हूं। पत्रकारिता में एशियानेट न्यूज नेटवर्क से नवभारत टाइम्स में जुड़ा हूं। इंदौर शहर से काम शुरू करने के बाद अब भोपाल कर्मस्थल।... और पढ़ें

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