
सुरजेवाला ने किया इंकार
प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश सरकार में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर विधायकों के साथ किसी तरह की रायशुमारी नहीं की गई है। उन्होंने यह टिप्पणी इस मामले पर कांग्रेस की राज्य इकाई में आंतरिक कलह के मद्देनजर की है। सुरजेवाला ने कहा कि वह विधायकों और सांसदों से उनके संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों में किए गए कार्यों को समझने के लिए मुलाकात कर रहे हैं। सुरजेवाला ने कहा, 'आपमें से कुछ ने मुझसे पूछा कि क्या आप नेतृत्व परिवर्तन पर राय ले रहे हैं। मैंने कल भी जवाब दिया था और आज फिर दे रहा हूं- एक शब्द में स्पष्ट रूप से 'नहीं' है।' कांग्रेस महासचिव ने बताया कि उन्होंने पार्टी विधायकों, सांसदों, एमएलसी और विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ने वाले पार्टी उम्मीदवारों के साथ बैठक की। उन्होंने यह भी कहा कि अगले सात से आठ दिनों में वह सभी विधायकों से मुलाकात करेंगे।

क्या कीर्तिमान बनाएंगे सिद्धारमैया?
राजनीतिक प्रेक्षकों का मानना है कि फिलहाल सुरजेवाला का बयान से सिद्धारमैया के विरोधी खेमे को झटका लगा है। कर्नाटक में पिछले काफी समय से ऐसी अटकलें लगी रही है कि उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार नए सीएम हो सकते हैं। डीके शिवकुमार अभी कर्नाटक कांग्रेस के भी प्रमुख हैं। ऐसे में अगर कांग्रेस दक्षिण के इस राज्य में सिद्धारमैया को हटाती है तो उसे एक साथ कई फैसले भी लेने पड़ेंगे। अमूमन सीएम के बदलाव पर नया मंत्रिमंडल बनता है। ऐसे में पार्टी को बड़ी कवायद करनी पड़ेगी। कर्नाटक में कांग्रेस के प्रचंड बहुमत है। ऐसे में आलाकमान किसी प्रकार की जल्दबाजी में नहीं है। कुछ राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है कि सिद्धारमैया ने पिछले कार्यकाल में पूरे पांच साल सीएम रहकर एक कीर्तिमान बना दिया था। कर्नाटक की राजनीतिक काफी पिछले कई दशक से ऐसा नहीं हुआ कि कोई सीएम पांच साल रहा हो। सिद्धारमैया अब कर्नाटक में सबसे अधिक समय तक सीएम रहकर एक और रिकॉर्ड बनाना चाहते हैं। (एजेंसी इनपुट के साथ)