बिहार: RJD विधायक रीतलाल यादव की बढ़ीं मुश्किलें, 100 से अधिक संपत्तियों की जब्ती की तैयारी

Curated byसुनील पाण्डेय|नवभारतटाइम्स.कॉम
Subscribe

बिहार: पटना से सटे दानापुर के राजद विधायक रीतलाल यादव की अवैध संपत्तियों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की नजर है। पटना पुलिस ने 100 से अधिक जमीन और फ्लैट्स की जानकारी जुटाकर ईडी को प्रस्ताव भेजा है। रीतलाल यादव पर रंगदारी, धमकी और हत्या से जुड़े कई गंभीर आरोप हैं। कोर्ट की मंजूरी के बाद कार्रवाई तय है।

ritlal yadav
आरजेडी विधायक रीतलाल यादव (फाइल)
पटना: बिहार की राजनीति में विवादों से घिरे दानापुर के राजद विधायक रीतलाल यादव एक बार फिर कानूनी शिकंजे में हैं। पटना पुलिस की जांच में विधायक और उनके भाई पिंकू यादव के खिलाफ 100 से ज्यादा अवैध संपत्तियों का खुलासा हुआ है। इन संपत्तियों को PMLA कानून के तहत जब्त करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पुलिस ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) को विस्तृत रिपोर्ट भेज दी है। आरोप है कि उन्होंने अवैध तरीके से न केवल राज्य में, बल्कि बिहार के बाहर भी संपत्ति अर्जित की है। इससे पहले भी उनके ठिकानों पर बड़ी छापेमारी हो चुकी है जिसमें नकदी, चेक और दस्तावेज बरामद हुए थे।


ED को भेजा गया जब्ती प्रस्ताव

पटना पुलिस ने PMLA कानून के तहत रीतलाल यादव और उनके भाई पिंकू यादव की संपत्ति जब्त करने के लिए ईडी को प्रस्ताव भेजा है। पुलिस जांच में 100 से ज्यादा फ्लैट, प्लॉट और अन्य संपत्तियों का पता चला है। एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि पटना के 7 अपराधियों की संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिसमें रीतलाल यादव भी शामिल हैं।

रंगदारी और क्राइम का लंबा इतिहास

रीतलाल यादव ने 17 अप्रैल 2025 को कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था। उन पर बिल्डर से 50 लाख रुपए रंगदारी मांगने का आरोप है। इससे पहले 11 अप्रैल को STF और बिहार पुलिस ने उनके 11 ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी की थी। पुलिस ने 500 से ज्यादा जवानों की तैनाती के साथ बड़ी कार्रवाई की थी, जिसमें 10.5 लाख नकद, ब्लैक चेक, 14 डीड और कई संदिग्ध दस्तावेज जब्त किए गए थे।


लंबे आपराधिक इतिहास से घिरे विधायक

दानापुर के कोथवा गांव निवासी रीतलाल यादव का नाम बिहार के कुख्यात नेताओं में शुमार है। रेलवे टेंडर से लेकर हत्या तक के कई गंभीर मामलों में उनका नाम सामने आया है। भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या और बख्तियारपुर में चलती ट्रेन में दो ठेकेदारों की हत्या में भी उनका नाम चर्चित रहा है। छठ घाट पर चुन्नू सिंह की हत्या के बाद भी वे चर्चा में आए थे।
सुनील पाण्डेय

लेखक के बारे मेंसुनील पाण्डेयफिलहाल नवभारत टाइम्स में पत्रकारिता की शौक पूरा कर रहा। ETV News, Zee Media, News18 सहित कई संस्थानों में अहम पद पर रहे। ग्राउंड और रिसर्च स्टोरी पर रिपोर्टिंग/एडिटिंग में माहिर माने जाते हैं। राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर खासी पकड़ रखते हैं। TV News के लिए शो बनाने में ​एक्सपर्ट सुनील पाण्डेय को डिजिटल माध्यम में दिलचस्पी और सीखने की प्रबल इच्छा इन्हें नवभारत ​टाइम्स तक खींच लाई। मीडिया के नए प्रयोगों में दिलचस्पी के साथ सीखने की सतत इच्छा। Twitter Handle- @Sunilpandeyjee... और पढ़ें

कन्वर्सेशन शुरू करें

रेकमेंडेड खबरें

अगला लेख

Stateकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर
OSZAR »