कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने मथुरा-वृंदावन कॉरिडोर को लेकर योगी सरकार और आरएसएस पर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि कॉरिडोर के नाम पर आरएसएस समर्थकों को कब्जा दिलाया जा रहा है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय
संदीप तिवारी, लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मथुरा-वृंदावन में प्रस्तावित कॉरिडोर को लेकर कांग्रेस ने योगी सरकार और आरएसएस पर तीखा हमला बोला है। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि यह परियोजना भगवान कृष्ण की नगरी की आत्मा और सनातन परंपरा को खत्म करने की साजिश है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार मथुरा-वृंदावन को एक कॉरिडोर के नाम पर आरएसएस समर्थकों के कब्जे में देना चाहती है। यहां स्थानीय सेवायतों और श्रद्धालुओं को उजाड़ने की साजिश हो रही है। जो लोग खुद को सनातन धर्म का रक्षक बताते हैं, वही आज उसकी आत्मा को खत्म कर रहे हैं।
अजय राय ने कहा कि भाजपा सरकार ने जिस तरह से अयोध्या और वाराणसी में निर्माण कार्यों में गुजरात के ठेकेदारों और मजदूरों को प्राथमिकता दी, अब मथुरा-वृंदावन में भी वही दोहराया जाएगा। स्थानीय लोगों की आस्था, रोजगार और परंपरा सब कुचली जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार एक विशेष एजेंडे के तहत धार्मिक स्थलों को पर्यटक स्थल में बदल रही है। बाबा विश्वनाथ को कॉरिडोर में बदल दिया गया, राम मंदिर में दो-दो बार प्राण-प्रतिष्ठा की गई, अब भगवान कृष्ण की नगरी को भी धर्म से काटकर सिर्फ दृश्य में बदलने की कोशिश की जा रही है।
सनातन पर हमला किया जा रहा
कांग्रेस नेता अजय राय ने पूछा कि जब 500 वर्षों से सेवा कर रहे सेवायत रोते हुए अपील कर रहे हैं कि उन्हें ठाकुर जी से दूर न किया जाए, तो सरकार क्यों चुप है? उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर सनातन पर हमला किया जा रहा है, और सरकार को यह जवाब देना होगा कि यह विकास है या कब्जा? अजय राय ने अंत में कहा कि कांग्रेस धर्म के खिलाफ नहीं, बल्कि धर्म की आड़ में हो रहे राजनीतिक और व्यावसायिक दोहन के खिलाफ है। उन्होंने जनता से अपील की कि अपने आस्था केंद्रों की रक्षा कीजिए, यह केवल राजनीति का मंच न बनने दीजिए।
अजय राय के भावुक लहजे
इस दौरान वरिष्ठ सेवायत पंडित सोहनलाल मिश्रा भी मौजूद रहे, जो 500 वर्षों से ठाकुर सेवा कर रहे परिवार से हैं। उन्होंने रोते हुए कहा, हम काशी के लोग सनातन को मानने वाले हैं। लेकिन आज सनातन को ही खत्म किया जा रहा है। 500 सालों से ठाकुर की सेवा करने वालों को मंदिरों से दूर किया जा रहा है। अगर आपका घर तोड़ा जाएगा तो क्या आप खाना खा पाएंगे? उन्होंने कहा कि बाके बिहारी जी का प्रसाद हम खुद लेकर आए हैं, यह कोई पर्यटन स्थल नहीं, यह आस्था का केंद्र है अजय राय ने भावुक लहजे में कहा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि कॉरिडोर के पीछे धार्मिक आस्था नहीं, राजनीतिक एजेंडा है। सरकार को अगर श्रद्धा है तो साधकों और सेवकों को क्यों उजाड़ रही है?
लेखक के बारे मेंविशाल चौबेलखनऊ पब्लिक कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल स्ट्डीज लखनऊ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। नवभारत टाइम्स डिजिटल में कार्यरत हूं। यूपी और उत्तराखंड से जुड़ी राजनीतिक और कई अन्य खबरों पर काम कर रहा हूं। इससे पहले मध्य प्रदेश विधानसभा इलेक्शन और यूपी नगर निकाय चुनाव में रिपोर्टिंग करने का मौका मिला। टाइम्स ग्रुप से पहले कई अन्य संस्थानों में काम किया है। अखबार और डिजिटल जर्नलिज्म की दुनिया में लिखने पढ़ने का काम जारी है।... और पढ़ें