प्रेग्नेंसी में मां की इस 1 आदत से शिशु के दिमाग पर पड़ता है बुरा असर, पैदा हो सकता है डरपोक बच्चा

Authored byनंदिनी दुबे|नवभारतटाइम्स.कॉम
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अगर आप प्रेग्नेंट हैं या इस दिशा में सोच रही हैं, तो आपको इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि आप किसी भी तरह का तनाव न लें। क्योंकि प्रेग्नेंसी के दौरान लिया गया स्ट्रेस बच्चे की ओवरऑल डेवलपमेंट पर बुरा असर डाल सकता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें। 

pregnant mom s one common habit may affect baby s brain development can make the child timid
यूं तो तनाव किसी भी परिस्थिति में ठीक नहीं होता, लेकिन अगर कोई महिला प्रेग्नेंसी के दौरान स्ट्रेस लेती है, तो इसका असर सिर्फ उसके स्वास्थ्य पर नहीं, बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु पर भी गंभीर रूप से पड़ सकता है। कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि गर्भावास्था में मां के तनाव लेने से बच्चे की फिजिकल और मेंटल ग्रोथ प्रभावित हो सकती है।

वहीं, इस विषय में डॉक्टर समरा मसूद ने भी अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक अहम जानकारी साझा की है, जिसमें उन्होंने बताया है कि प्रेग्नेंसी में स्ट्रेस किस तरह बच्चे को डरपोक, चिड़चिड़ा या एग्रेसिव बना सकता है। उन्होंने और क्या कुछ कहा, आइए जानते हैं विस्तार से।


सभी तस्वीरें- सांकेतिक

प्रेग्नेंट महिला को होती है घबराहट

प्रेग्नेंट महिला को होती है घबराहट

स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर समरा मसूद की ओर से जारी पोस्ट में कहा गया है कि प्रेग्नेंट महिला पर चिल्लाने से सिर्फ उसका नहीं, बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे का भी नुकसान होता है। दरअसल, जब पति या फिर कोई शख्स गुस्से में गर्भवती महिला पर चिल्लाता है, तो प्रेग्नेंट महिला को डर या घबराहट होने लगती है।

स्ट्रेस हार्मोन बढ़ता है

स्ट्रेस हार्मोन बढ़ता है

गायनेकोलॉजिस्ट ओर से जारी पोस्ट में आगे बताया गया है कि इस स्थिति में महिला के शरीर में 'कॉर्टिसोल' जैसे स्ट्रेस हार्मोन बनते हैं। ये हार्मोन प्लेसेंटा के जरिए सीधे गर्भ में पल रहे बच्चे तक पहुंचते हैं।

बच्चे की मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर पड़ता है असर

बच्चे की मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर पड़ता है असर

डॉक्टर आगे बताती हैं कि अगर मां प्रेग्नेंसी के दौरान बार-बार या लंबे समय तक ज्यादा तनाव में रहती है, तो इसका सीधा असर बच्चे के शारीरिक (physical) और मानसिक (brain) विकास पर पड़ सकता है।

बच्चा बन सकता है डरपोक और गुस्सैल

बच्चा बन सकता है डरपोक और गुस्सैल

डॉक्टर मसूद कहती हैं कि रिसर्च के अनुसार, प्रेग्नेंसी में अगर मां लंबे समय तक स्ट्रेस में रहती है, तो उसका असर बच्चे के स्वभाव पर भी पड़ सकता है। ऐसे बच्चे आगे चलकर ज्यादा anxious (बेचैन), fearful (डरे हुए) या aggressive (गुस्सैल) हो सकते हैं।

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प्रेग्नेंसी में कॉम्प्लिकेशन हो सकते हैं

प्रेग्नेंसी में कॉम्प्लिकेशन हो सकते हैं

गायनेकोलॉजिस्ट के मुताबिक, मां के लगातार तनाव में रहने से प्रेग्नेंसी में भी कॉम्प्लिकेशन हो सकते हैं, जैसे- हाई बीपी, लो बर्थ वेट या फिर प्रीमैच्योर डिलीवरी तक हो सकती है। इसलिए महिलाएं इस बात का ध्यान रखें।

यहां देखिए पूरा पोस्ट

प्रेग्नेंट महिला को दें प्यार

प्रेग्नेंट महिला को दें प्यार

डॉक्टर की ओर से जारी पोस्ट में यह भी कहा गया है कि सभी लोग यह ध्यान रखें कि प्रेग्नेंट महिला को प्यार, सम्मान और इमोशनल सपोर्ट दें, जिससे वह तनाव से दूर रहें।


डिस्क्लेमर: लेख में दी गई सूचना इंस्टाग्राम रील पर आधारित है। एनबीटी इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है।

नंदिनी दुबे

लेखक के बारे मेंनंदिनी दुबेनंदिनी दुबे को पत्रकारिता के क्षेत्र में 10 सालों से अधिक का अनुभव है। इन्होंने अपने करियर की शुरुआत प्रिंट मीडिया से की थी। इस दौरान वे एजुकेशन और महिलाओं से जुड़े मुद्दों को कवर किया करती थीं। पत्रकारिता के सफर में नंदिनी दैनिक जागरण, न्यूज 18 डिजिटल और जागरण न्यू मीडिया जैसे संस्थानों में काम कर चुकी हैं। वर्तमान में ये NBT के लाइफस्टाइल फैमिली सेक्शन में बतौर प्रिंसिपल डिजिटल कंटेंट प्रोड्यूसर कार्यरत हैं। वे यहां फैमिली सेक्शन देख रही हैं। इन्‍हें पेरेंटिंग, मदरहुड, फादरहुड और प्रेग्नेंसी से जुड़े अलग-अलग विषयों पर लिखना और अपने लेखों से लोगों को जानकारी देना पसंद है।... और पढ़ें

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